Bundeli Gaurav |
|
Advertisements |
|
Website Launch on 28.01.2010 at IIC, New Delhi |
|
EDITORIAL |
Shri Jagannath Singh, I.A.S.(Retd.) |
अपना बुंदेलखंड डॉट कॉम परिवार के सदस्यों को "रामनवमी" की शुभकामनायें। राम जिन्होंने बुंदेलखंड के चित्रकूट क्षेत्र में संकल्प लिया कि "निश्चर हीन महि करूँ , भुज उठाहि प्रण (Read More)
|
|
|
|
|
|
Home » Jalaun
कालपी-उरई (जालौन)। मई 1858 में जबर्दस्त
जंग के बाद कालपी पर जब ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना का कब्जा हो गया तब
अंग्रेजों ने बड़ी बेरहमी से उन लोगों को सजा दी जिन्होंने क्रांतिकारियों
की मदद की थी। इसी दौरान दो जून 1858 को कालपी की व्यवस्था संभाल रहे ईस्ट
इंडिया कंपनी के सैन्य अधिकारी जीएफ एडमोस्टोन ने आगरा में अपने
उच्चाधिकारी ई.ए. रीड को तार संदेश भेजकर बताया था कि यहां झांसी की रानी
का एक बक्सा मिला है जिसमें अति महत्वपूर्ण पत्र है। देश के लिये उक्त
बक्सा व पत्र ऐतिहासिक धरोहर थी लेकिन आजादी के बाद भी यह पता लगाने की
कोशिश आज तक नहीं की गई कि कंपनी के अधिकारियों ने महत्वपूर्ण बताये गये
उन पत्रों को कहां सुरक्षित रखा और उनका क्या इस्तेमाल किया।
पहले स्वाधीनता संग्राम को लेकर कई तथ्य आजादी के बाद देश की बागडोर
संभालने वालों की अनदेखी की वजह से दफन हो गये। जबकि देश की आने वाली
पीढि़यों के लिये इस संग्राम में भाग लेने वाले देशभक्तों की गाथाएं
अत्यंत प्रेरक है। विडम्बना यह है कि कई ऐसे स्थानीय लोगों के नाम इतिहास
में गुमनाम रह गये जिन्होंने रानी लक्ष्मीबाई व
...
Read more »
|
उरई (जालौन)। अजनारी गांव में एक बस्ती ऐसी
भी है जहां पर योजनाएं भी इसलिए नहीं पहुंच रही है क्योंकि वहां रास्ता ही
नहीं है। गरीबी से तंगहाल अल्पसंख्यकों की इस बस्ती में आज तक सरकार के
कारिंदे भी नहीं जा सके। इनकी भी क्या कहे जब गांव के ही प्रधानजी भी वहां
नहीं जा पाते, जिस कारण मलिन बस्ती से भी बुरी हालत यहां पर नजर आती है जो
योजनाओं की मलिनता को उजागर करती है।
गांवों का विकास, अल्पसंख्यकों का कल्याण हर सरकार अपनी टॉप प्राअर्टी
में बताते हुए नहीं थकती। हर दल उनके वोटों को चाहता है परंतु जिस तरह की
हालत जिला मुख्यालय से मात्र 3 किलोमीटर बसे इस गांव में दिखती है उससे यह
दावे थोथे नजर आते है। मुस्लिमों में नट बिरादरी के लोग यहां पर 50 घरों
में रहते है। आज तक यह घर पक्के नहीं हो पाये, हो भी कैसें जब इनमें रहने
वालों के लिए खाने तक के लाले पड़े रहते है। यही कारण है कोई मजदूरी करता
है तो कोई रिक्शा चलाकर गुजारा करता है। मेहनतकश इन लोगों को हर रोज अपने
घरों में जाने के लिए रास्ते नहीं बल्कि दूसरे का घर ही इस्तेमाल करना
पड़ता है। कारण साफ है कि रास्ते में खड़ंजा ह
...
Read more »
|
उरई (जालौन)। अजनारी गांव में एक बस्ती ऐसी भी है जहां पर योजनाएं भी
इसलिए नहीं पहुंच रही है क्योंकि वहां रास्ता ही नहीं है। गरीबी से तंगहाल
अल्पसंख्यकों की इस बस्ती में आज तक सरकार के कारिंदे भी नहीं जा सके। इनकी
भी क्या कहे जब गांव के ही प्रधानजी भी वहां नहीं जा पाते, जिस कारण मलिन
बस्ती से भी बुरी हालत यहां पर नजर आती है जो योजनाओं की मलिनता को उजागर
करती है।
गांवों का विकास, अल्पसंख्यकों का कल्याण हर सरकार अपनी टॉप प्राअर्टी
में बताते हुए नहीं थकती। हर दल उनके वोटों को चाहता है परंतु जिस तरह की
हालत जिला मुख्यालय से मात्र 3 किलोमीटर बसे इस गांव में दिखती है उससे यह
दावे थोथे नजर आते है। मुस्लिमों में नट बिरादरी के लोग यहां पर 50 घरों
में रहते है। आज तक यह घर पक्के नहीं हो पाये, हो भी कैसें जब इनमें रहने
वालों के लिए खाने तक के लाले पड़े रहते है। यही कारण है कोई मजदूरी करता है
तो कोई रिक्शा चलाकर गुजारा करता है। मेहनतकश इन लोगों को हर रोज अपने
घरों में जाने के लिए रास्ते नहीं बल्कि दूसरे का घर ही इस्तेमाल करना पड़ता
है। कारण साफ है कि रास्त
...
Read more »
|
उरई (जालौन)। अगले वित्तीय वर्ष से जल संचयन, भूमि कटाव रोकने व नालों
पर चेकडेम बनाने के लिये जल प्रबंधन का एकीकृत कार्यक्रम सन 2012 तक
बुंदेलखंड में चलाया जायेगा जिसमें 90 प्रतिशत केंद्र सरकार बजट देगी जबकि
10 प्रतिशत राज्य सरकार का अंशदान रहेगा।
यह जानकारी शनिवार को लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण गृह में विभागीय
समीक्षा बैठक करते हुये उप्र सरकार के प्रमुख सचिव भूमि विकास एवं जल
संरक्षण योगेश कुमार ने दी। बैठक में रामगंगा कमांड परियोजना के निदेशक
आरएन राम, उरई के उपनिदेशक टीडी शर्मा, बांदा के मुखराम, झांसी के एके गर्ग
व कानपुर के सुदर्शन यादव के अलावा कई जिलों के भूमि संरक्षण अधिकारी
शामिल हुये। प्रमुख सचिव ने कहा कि इस योजना में कोई काम ट्रैक्टरों से
नहीं होगा। श्रमिकों को रोजगार देना योजना का मुख्य उद्देश्य है लेकिन
उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि तकनीकी जटिलताओं के कारण इसे मनरेगा के तहत
करवाना संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बुंदेलखंड विकास पैकेज के तहत उक्त
एकीकृत परियोजना के लिये बजट का प्रबंध करने का फैसला लिया है।
...
Read more »
|
उरई (जालौन)। विभिन्न महाविद्यालयों के
राष्ट्रीय सेवा योजना शिविरों में छात्र छात्राओं से पर्यावरण को बचाने के
लिये आगे आने का आह्वान किया गया। इसके साथ उन्हे शिक्षा का महत्व बताकर
समाज सेवा की प्रेरणा दी गई।
ग्राम मिनौरा स्थित पं. घनाराम हरीराम महाविद्यालय के एनएसएस शिविर
में प्राचार्य शशिभूषण द्विवेदी ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुये
कहा कि मानव जीवन को बचाने के लिये पर्यावरण का संरक्षण करना आवश्यक हो
गया है। प्रबंधक कृपाशंकर द्विवेदी ने भी संबोधित किया। रामशंकर द्विवेदी,
सुमन द्विवेदी, सूर्य कुमार, डा. राम किशोर, राजेश मिश्रा उपस्थित थे।
सनातन धर्म बालिका की छात्राओं ने ठड़ेश्वरी मंदिर परिसर में चल रहे शिविर
में पास की मलिन बस्ती जाकर लोगों को जागरूक किया। यहीं पर चल रहे दयानंद
वैदिक महाविद्यालय छात्रा इकाई के शिविर में कार्यक्रम अधिकारी डा. मंजू
जौहरी, डा. स्मिता जायसवाल के नेतृत्व में पूजा यादव, रोली, गरिमा,
शिवानी, हिमानी, नीलम, अर्चना, वर्षा, दीपिका, सोनालिका, निशा, रुबीना,
ईशा, रागिनी, दीक्षा ने परिसर की सफाई कर श्रमदान किया। लक्ष्मीचरण
हुब
...
Read more »
|
उरई (जालौन)। महेबा ब्लाक के मुसमरिया गांव
में रविवार को समर्पण जन कल्याण समिति एवं बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच के
संयुक्त तत्वावधान में आयोजित जन सुनवाई में दलितों को अधिकार दिलाने के
शासन व प्रशासन के दावे की कलई खुल गई। इसमें महिलाओं की भूमि हकदारी,
पट्टें, वरासतन इंद्राज व अवैध कब्जेदारी जैसे मुद्दों पर खुली चर्चा
हुयी। सुनवाई का काम छह सदस्यीय जूरी ने किया जिसमें एक राजस्व, तीन विधि
विशेषज्ञ व दो सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे। आमंत्रित करने के बावजूद किसी
अधिकारी के न पहुंचने से कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाली महिलाएं गुस्से
में नजर आयीं। उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना देकर इस पर विरोध
प्रकट करने की बात कही।
कार्रवाई का संचालन बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच के संयोजक कुलदीप बौद्ध
ने किया। बिनौरा वैद की रामजानकी पत्नी स्व. रामबली ने बताया कि पिछले
27 वर्षो से उसकी बारह एकड़ जमीन पर गांव के दबंग का कब्जा है लेकिन
प्रशासन उसकी मदद नहीं कर रहा। मुसमरिया के रामदास ने उसे 1994 में पट्टे
में मिली दो एकड़ जमीन पर आज तक कब्जा न मिल पाने की शिकायत की। मुसमरिया
...
Read more »
|
उरई (जालौन)। मान्यवर कांशीराम शहरी विकास योजना में वार्ड का चयन हो
जाने के बाद भी मुहल्ला उमरार खेड़ा की बदहाली अभी तक दूर नहीं हो पायी।
यहां पानी, सड़क, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। मुहल्ले का बड़ा
हिस्सा जल भराव और गंदगी की समस्या से जूझ रहा है। विडंबना यह है कि
मोहल्ले में गरीबी की रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले बहुत से लोग
वृद्धावस्था पेंशन की सुविधा से वंचित है।
कांशीराम वार्ड होने के कारण मोहल्ले में पहले तो काम तेजी से शुरू
कराया गया जिससे मोहल्ले का कुछ हिस्सा ठीकठाक हो गया लेकिन अभी भी बस्ती
का एक बड़ा हिस्सा बदहाली का दंश झेल रहा है। लोगों को कई-कई दिन पानी के
लिये तरसना पड़ता है। जल भराव और गंदगी की समस्या ऊपर से है। राजेंद्री,
मीरा, रबड़ी ने बताया कि दो दिन हो गये सरकारी नलों में पानी नहीं आया जिससे
हैडपंप से पानी भरना पड़ रहा है। अधिक भीड़ हो जाने से कभी-कभी झगड़े भी हो
जाते है। कलावती, रीता, मोती, कुंवर ने बताया कि उन्हे वृद्धावस्था पेंशन
नहीं मिल रही है जबकि कई बार वे लोग विभाग के चक्कर लगा चुकी हैं। सुकरता
ने बताया कि आठ
...
Read more »
|
उरई (जालौन)। बुंदेलखंड जैसे सूखा प्रभावित क्षेत्रों में कृषि और
बागवानी के संरक्षण व विकास के लिये केंद्र सरकार काफी जोर दे रही है लेकिन
बैंकों के असहयोग की वजह से इस संबंध में बनी योजनायें परवान नहीं चढ़ पा
रही है। सांसद ने भी इसे लेकर मुख्य प्रबंधक लीड बैंक को कड़ा पत्र लिखा है।
मालूम रहे कि भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के अंतर्गत गठित राष्ट्रीय
बागवानी बोर्ड ने व्यावसायिक उद्यानिकी को बढ़ावा देने के लिये एक योजना
संचालित कर रखी है जिसमें जमीन के समतलीकरण, जुताई, निराई, खाद, तार फेसिंग
आदि को मिलाकर लाभार्थी तीन साल के लिये जो परियोजना बनाता है उसकी लागत
का 20 प्रतिशत अनुदान देय है। लागत में 25 प्रतिशत बैंक ऋण का प्रावधान है।
योजना में सबसे बड़ी समस्या यह है कि जब तक बैंक ऋण स्वीकृति पर विचार करने
की सहमति न प्रदान कर दें तब तक बोर्ड में लाभार्थी का प्रस्ताव दाखिल
नहीं होता और बैंक से सहमति प्राप्त करना आसान नहीं होता। और तो और
होमगार्ड राज्यमंत्री हरिओम उपाध्याय के पिता गोविंद दास उपाध्याय ने भी
उद्यानिकी का इलाहाबाद बैंक की गोहन शाखा में
...
Read more »
|
उरई (जालौन)। मोहल्ला इंदिरा नगर निवासी एक
महिला नेत्री संदिग्ध हालात में लापता हो गयी। कई दिन तलाशी के बावजूद कोई
सुराग न मिलने पर उसके पति ने एक उप निरीक्षक समेत तीन लोगों के खिलाफ
शनिवार को अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया है।
महिला नेत्री मधु सिंह का पांच जनवरी से कोई पता नहीं है। शुरू में
समझा गया कि वह अपनी मर्जी से कहीं गयी होंगी लेकिन पांच दिन पहले उनकी
गुमशुदगी को लेकर उनके पति सरनाम सिंह ने होश उड़ा देने वाली तहरीर दी।
उनका आरोप था कि रुपये के लेनदेन के विवाद में नदीगांव थाना में तैनात उप
निरीक्षक अशोक कुमार श्रीवास्तव, तुलसी नगर निवासी आशीष श्रीवास्तव और
भदरेखी निवासी गजराज सिंह ने मधु का अपहरण किया है। सरनाम सिंह भी पुलिस
विभाग में कार्यरत हैं और वर्तमान में इलाहाबाद जनपद के थाना शिवपुरी में
तैनात हैं। उनका आरोप है कि उक्त आरोपियों ने मधु सिंह से व्यवसाय में
रुपये का लेनदेन किया था। गत दिनों वे इसका हिसाब लेने उनके पास गयी थीं
तभी से गायब हैं। हालांकि प्रार्थना पत्र के मजमून और सरनाम सिंह के
बयानों में विरोधाभास होने की वजह अपहरण की यह कहानी किसी क
...
Read more »
|
उरई (जालौन)। सिरसा कलार थाने में
फरियादियों के साथ बदसलूकी की शिकायतों के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक ने वहां
औचक निरीक्षण किया। डयूटी में लापरवाही को लेकर उन्होंने कई पुलिस
कर्मियों को जमकर फटकार लगाई। थाने में तैनात एक मुंशी को तत्काल प्रभाव
से निलंबित कर दिया गया। सिरसा कलार थाने के बाद पुलिस कप्तान ने कुठौंद
थाने का निरीक्षण किया। यहां की कंझारी पुलिस चौैकी इंचार्ज के खिलाफ सबसे
ज्यादा शिकायतें मिल रही थीं। एसपी ने चौकी इंचार्ज की लताड़ लगाकर उसे
चेतावनी नोटिस जारी किया।
पुलिस अधीक्षक प्रेम गौतम ने सिरसा कलार थाने का औचक निरीक्षण किया।
यहां रिपोर्ट दर्ज कराने आये पीड़ितों के साथ उगाही और बदसलूकी की शिकायतें
मिल रही थीं। दायित्व के निर्वहन में बेपरवाही करने वाले पुलिस कर्मियों
को चिह्नित करने के बाद पुलिस अधीक्षक ने थाने में सभी की क्लास ली। सबसे
ज्यादा शिकायतें मुंशी वृंदावन की मिल रहीं थीं। उसे तत्काल प्रभाव से
उन्होंने निलंबित कर दिया। अन्य पुलिस कर्मियों को उन्होंने कार्यशैली में
सुधार करने की हिदायत दी। सिरसा कलार थाने का निरीक्षण करने के बाद पुलिस
अध
...
Read more »
|
|
|
|
Bundeli Saints |
|
Visitors |
|
Share
|