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3:08 PM
कांशीराम योजना:उमरार खेड़ा में बदहाली का डेरा
उरई (जालौन)। मान्यवर कांशीराम शहरी विकास योजना में वार्ड का चयन हो
जाने के बाद भी मुहल्ला उमरार खेड़ा की बदहाली अभी तक दूर नहीं हो पायी।
यहां पानी, सड़क, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। मुहल्ले का बड़ा
हिस्सा जल भराव और गंदगी की समस्या से जूझ रहा है। विडंबना यह है कि
मोहल्ले में गरीबी की रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले बहुत से लोग
वृद्धावस्था पेंशन की सुविधा से वंचित है।
कांशीराम वार्ड होने के कारण मोहल्ले में पहले तो काम तेजी से शुरू
कराया गया जिससे मोहल्ले का कुछ हिस्सा ठीकठाक हो गया लेकिन अभी भी बस्ती
का एक बड़ा हिस्सा बदहाली का दंश झेल रहा है। लोगों को कई-कई दिन पानी के
लिये तरसना पड़ता है। जल भराव और गंदगी की समस्या ऊपर से है। राजेंद्री,
मीरा, रबड़ी ने बताया कि दो दिन हो गये सरकारी नलों में पानी नहीं आया जिससे
हैडपंप से पानी भरना पड़ रहा है। अधिक भीड़ हो जाने से कभी-कभी झगड़े भी हो
जाते है। कलावती, रीता, मोती, कुंवर ने बताया कि उन्हे वृद्धावस्था पेंशन
नहीं मिल रही है जबकि कई बार वे लोग विभाग के चक्कर लगा चुकी हैं। सुकरता
ने बताया कि आठ माह से पेंशन उनके खाते में नहीं आयी। उन्होंने कहा कि
मोहल्ले में कोई सुविधा नहीं है। घरों के सामने जल भराव और गंदगी का अंबार
लगा हुआ है जिससे रात में मच्छर सोने नहीं देते। सरकारी नल ठूंठ बने हुये
है। लोगों को दूर से पानी लाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि मोहल्ले के लोग
कई बार अधिकारियों को समस्याओं से अवगत करा चुके है लेकिन यहां कोई झांकने
तक नहीं आया। सभासद माता प्रसाद ने कहा कि पहले जितना काम हो गया उतना ही
दिखायी दे रहा है। कांशीराम योजना के तहत खंभे लगवा दिये गये थे जिनमें आज
तक तार नहीं लगवाये गये। कई बार विद्युत विभाग से संपर्क किया फिर भी कोई
परिणाम नहीं निकला। उन्होंने कहा कि मोहल्ले में अभी बहुत काम बाकी है।
उन्होंने माना कि समस्यायें बहुत है।