झांसी। लोक अदालत में 560 वादों का निस्तारण
किया गया। इसमें मोटर एक्सीडेन्ट क्लेम के पांच वादों का निस्तारण कर
पीड़ित पक्ष को 5.29 लाख रुपए प्रतिकर के रूप में दिलाए गए। साथ ही 527 लघु
आपराधिक वादों का निस्तारण कर 72,065 रुपए अर्थदण्ड के रूप में वसूले गए।
दीवानी न्यायालय परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान
में आयोजित लोक अदालत का उद्घाटन जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा
प्राधिकरण वीरेन्द्र विक्रम सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया। इस मौके पर
जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष उदय राजपूत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राम लखन
बिलगैंया, सचिव गौरी शंकर दुबे, संयुक्त सचिव चन्द्र प्रकाश शर्मा समेत
अधिवक्ता संघ के पदाधिकारी, अधिवक्ता व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
लोक अदालत में मोटर एक्सीडेन्ट क्लेम व लघु आपराधिक मामलों के साथ चार
भरण पोषण व चार वैवाहिक वादों का निस्तारण भी किया गया। भारतीय
उत्तराधिकार अधिनियम के तीन व 17 राजस्व वाद भी सुलझाए गए। लोक अदालत में
जनपद न्यायाधीश के साथ प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय एसडी पालीवाल,
अपर जिला जज कक्ष संख्या 2 विवेक संगल, अपर जिला जज कक्ष संख्या 4 रजत
सिंह जैन, सिविल जज विजय पाल, अपर सिविल जज (प्रवर वर्ग) कक्ष संख्या 8
राकेश त्रिपाठी, सिविल जज (अवर वर्ग) कृष्ण कुमार सिंह, मुख्य न्यायिक
मजिस्ट्रेट फूलचन्द्र पटेल, अपर सीजेएम कक्ष संख्या 6 राजेश कुमार,
अपर सीजेएम कक्ष संख्या 7 कु. निरुपमा विक्रम, अपर सीजेएम रेलवे नवीन
कुमार सिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट कक्ष संख्या 9 श्रीमती चंचल सिंह, न्यायिक
मजिस्ट्रेट कक्ष संख्या 10 दिलीप कुमार सचान व तहसीलदार एसपी सिंह ने
वादों का निस्तारण किया।