अपना बुंदेलखंड डॉट कॉम परिवार के सदस्यों को "रामनवमी" की शुभकामनायें। राम जिन्होंने बुंदेलखंड के चित्रकूट क्षेत्र में संकल्प लिया कि "निश्चर हीन महि करूँ , भुज उठाहि प्रण (Read More)
हमीरपुर (उत्तर प्रदेश)। जिलाधिकारी
श्रीनिवासु ने कहा कि क्षेत्र के पिछड़ेपन का मुख्य कारण अशिक्षा है। इसलिए
साक्षरता को बढ़ाये बिना हम जीवन में कामयाब नहीं हो सकते है। वह हमीरपुर
मुख्यालय में पुराने यमुना घाट में स्वास्थ्य शिक्षा शिविर में बोल रहे
थे।
शिक्षित नगर, स्वस्थ नगर जैसी स्वप्निल परियोजना के शुभारंभ के मौके
में उन्होंने कहा कि शिक्षा से स्वास्थ और स्वास्थय से लक्ष्य में सफलता
पायी जा सकती है। विशेषकर महिलाओं को साक्षर बनाना हर पढ़े लिखे की
जिम्मेदारी है। इसलिए प्रत्येक शिक्षित नागरिक का दायित्व है कि वे उन दबे
कुचले अशिक्षित और अज्ञानियों को साक्षर कर नगर को माडल रूप में बनायेंगे।
नगर में इनकी संख्या 4 हजार से अधिक नहीं है। जिलाधिकारी का मानना है कि
50 हजार की आबादी वाले नगर में 4 हजार अशिक्षितों की संख्या अधिक नहीं है।
चंदसमय में निरक्षरता के कलंक को नगर से मिटाकर प्रदेश में एक आदर्श नगर
के रूप में पहचान दी जा सकती है। क्योंकि स्वच्छता से स्वस्थ्यता और
स्वस्थ व्यक्ति में लक्ष्य भेदने की क्षमता होती है। यही सफलता की कुंजी
है। नगर के 25 वार्डो में प्रत्येक वार्ड में 4 प्रशिक्षण केंद्र स्थापित
किये जायेंगे, जिनमें सेवाभाव से जुड़े युवक और युवतियों को लगाया जायेगा।
इन केंद्रों में शिक्षा के साथ, सिलाई, कड़ाई, मुरब्बा, अचार, अगरबत्ती
बनाना, दरी बनाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा, ताकि गृह कार्य के साथ घरों
में उद्योग लगाकर महिलायें आत्मनिर्भर बन सकें। जिलाधिकारी ने सर्वे कार्य
की सराहना करते हुए इस अभियान से जुडे़ युवक और युवतियों का मनोबल बढ़ाया।
डिप्टी सीएमओ डा. जे के महेश्वरी ने बताया कि अशिक्षित व्यक्ति की तुलना
में एक शिक्षित व्यक्ति स्वास्थ्य के प्रति सजग और जागरूक रहता है। जरूरी
है कि प्रत्येक व्यक्ति समय समय पर अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराता रहे।
एएनएम विजय लक्ष्मी, वरिष्ठ सुपरवाइजर नीना गुप्ता, एबीएसए किरन खरे ने
नगर में जनसहयोग की अपेक्षा की। बालरोग विशेषज्ञ डा. आर एस यादव ने इस
स्वास्थ्य एवं शिक्षा शिविर में 196 स्त्री,्र पुरुष और बच्चों का परीक्षण
कर दवा दी। उन्होंने बताया कि अधिकतर बीमारियां गंदगी और अज्ञानता से होती
हैं। उन्होंने ब्लड ग्रुप जानने के साथ साल में एक बार खून दान करने की
अपील की। नगर साक्षरता मिशन इलाहाबाद की प्रमुख मंजू पाल ने आभार जताया।
बीएसए मनोज अहिरवार ने रेडक्रास सोसाइटी को एक लाख रुपये की सहायता शिक्षक
बंधुओं से दिलाने की घोषणा की, ताकि गरीब और निर्बल वर्ग के लोगों को
मच्छर दानी क्रय करके वितरित की जा सकें। रेडक्रास सचिव जलीस खान, डा. आर
के मिश्रा, मीरा, योग विद्या, नीरा निगम, डा. दिनेश ने सहयोग किया। संचालन
अनवर खान कर रहे थे।