सागर. सांसद निधि में यदि 3 करोड़ रुपए का
इजाफा हो रहा है तो यह कोई बड़ी उपलब्धि नहीं है। बुंदेलखंड जैसे पिछड़े
इलाकों में प्रस्तावित 5 करोड़ रुपए की वार्षिक निधि भी कम है।
यहां कम से कम 10 करोड़ रुपए सालाना सांसद निधि मिलनी चाहिए। इसके
अलावा क्षेत्र को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए यहां बड़े
प्रोजेक्ट मंजूर किए जाने चाहिए। यह कहना है सांसद भूपेंद्रसिंह का।
सांसद से अधिक मिलती है विधायक को निधि-केंद्र सरकार के सांसद निधि
बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव पर श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश के एक विधायक को
सांसद से कहीं अधिक निधि मिलती है। सांसद को जहां प्रत्येक आठ विधानसभा
क्षेत्र के मान से साल भर में 2 करोड़ रुपए मिलते हैं वहीं एक विधायक को
साल भर में 80 लाख रुपए मिलते हैं।
किसी भी सांसद के लिए 25 लाख रुपए प्रति विधानसभा के मान से क्षेत्र
में पर्याप्त विकास कराना असंभव है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार सांसद निधि
की राशि 2 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष से बढ़ाकर 5 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष करने पर
विचार कर रही है। हाल ही में केंद्र सरकार के सांख्यिकी बड़े प्रोजेक्ट भी
मंजूर हों
श्री सिंह के मुताबिक किसी भी क्षेत्र विशेष का विकास महज सांसद निधि
बढ़ाने से नहीं हो सकता है। इसके लिए केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों को
अपनी- अपनी विकास निधि को समान रूप से सभी लोकसभा क्षेत्र में व्यय करनी
चाहिए। इसके अलावा गैर-राजनीतिक दृष्टिकोण अपनाते हुए जरूरतमंद इलाकों के
लिए बड़े प्रोजेक्ट भी मंजूर करने चाहिए।