सागर. नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी अब
अपने दफ्तर में ड्रेस पहनकर आएंगे । साथ ही उनकी शर्ट पर उनके नाम और पद
की पट्टिका भी नजर आएगी। निगम में सभी अफसरों और कर्मचारियों के लिए ड्रेस
कोड अनिवार्य कर दिया गया है।
निगम आयुक्त रत्नाकर सिंह चौहान ने मंगलवार को सभी विभाग प्रमुखों को
आदेश जारी कर दिए हैं। जिसमें कहा गया है कि कार्यालयीन समय में सुबह
10.30 से 5.30 बजे तक सभी अधिकारी और तृतीय वर्ग कर्मचारी ड्रेस में
उपस्थित रहेंगे। नेम प्लेट में कर्मचारी का नाम, पदनाम और विभाग का नाम
स्पष्ट अक्षरोंे में लिखा होना चाहिए।
ड्रेस कोड का पालन न करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। अधिकारी
और कर्मचारियों को नेवी कलर की शर्ट और ब्ल्यू कलर का पैंट, काले जूते
पहनकर आना होगा। इसी प्रकार महिला कर्मचारियों को नेवी कलर का ब्लाउज,
ब्ल्यू कलर की साड़ी पहनकर आना अनिवार्य कर दिया है। चतुर्थ श्रेणी
कर्मचारियों को खाकी पैंट शर्ट और काले जूते पहनकर कार्यालय आना होगा।
तकनीकी मैदानी अमला चाहे फील्ड में हो या कार्यालय में उन्हें ड्रेस पहनना
जरूरी कर दिया है।
निगम आयुक्त रत्नाकर सिंह चौहान का कहना है पुराने आदेश पर अमल नगरीय
प्रशासन मंत्री बाबूलाल गौर ने वर्ष 09 में नगरीय निकायों में ड्रेस कोड
लागू किया था। आदेश का अधिकारियों ने तो पालन किया लेकिन कतिपय
कर्मचारियों ने इसका पालन नहीं किया। युवा कर्मचारी अभी भी टी शर्ट और
जींस पहनकर कार्यालय आते हैं ।
कि ड्रेस कोड लागू करने के पीछे विभाग की मंशा यह है कि अधिकारी और
कर्मचारियों की अलग पहचान बने। शहर के लोगों को उन्हें कार्यालय में तलाश
नहीं करना पड़े उनके काम आसानी से हो सकें।
कार्यपालन यंत्री रिलीव
रिटायर होने के नजदीक कार्यपालन यंत्री केके श्रीवास्तव का तबादला
नगरीय प्रशासन विभाग भाभ्में हो गया है। उन्हें सोमवार को रिलीव कर दिया।
इंजीनियर विजय दुबे को कार्यपालन यंत्री का प्रभार दिया गया है।