झांसी। झाँसी-खजुराहो मार्ग पर नयी ट्रेन चलाने की तैयारियां की जा रही है। इसके लिये बोर्ड का प्रस्ताव भेजा जायेगा।
रेलवे ने बीते वर्ष खजुराहो को रेलवे के मानचित्र पर लाने के लिये
महोबा-खजुराहो रेलमार्ग को चालू किया था। करीब 65 किलोमीटर लंबे रेलमार्ग
पर अभी पैसेंजर गाड़ी व यूपी संपर्क क्रान्ति एक्सप्रेस संचालित हो रही है।
हालांकि उद्घाटन समारोह के दौरान तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने
विदेशी पर्यटकों को दिल्ली से सीधे खजुराहो की यात्रा के लिये इस मार्ग पर
शताब्दी एक्सप्रेस चलाने की घोषणा की थी, लेकिन उस पर आज तक अमल नहीं हो
पाया है। यही कारण है कि खजुराहो जाने वाले यात्री आज भी रेलमार्ग का
उपयोग कम ही कर रहे है। इसके पीछे एक कारण यह भी है कि वर्तमान में जो
दोनों ट्रेनें संचालित हो रही है वे महोबा तक जाती है। इसके बाद वहां इंजन
बदलने के बाद उन्हें दूसरे मार्ग पर भेजा जाता है। यूपी संपर्क क्रान्ति
एक्सप्रेस में दिल्ली से छह डिब्बे खजुराहो के लिये लगाये जाते है।
जानकारों का कहना है कि झाँसी या दिल्ली से खजुराहो के लिये सीधे जाने
वाली सुपरफास्ट गाड़ी न होने से यात्री परेशान हो रहे है। इस बात को रेल
प्रशासन समझता है। सूत्रों का कहना है कि झाँसी-खजुराहो रेलमार्ग को
विकसित करने के लिये योजना बनायी गयी है, जिसमें एक सुपरफास्ट गाड़ी का
संचालन शामिल है। हालांकि अभी इस प्रस्ताव की रूपरेखा तैयार हो रही है।
बाद में इसे स्वीकृति के लिये बोर्ड के पास भेजा जायेगा। जानकारों का कहना
है कि गाड़ी का संचालन तो काफी पहले शुरू कर दिया जाता, लेकिन कोच की कमी
के कारण यह कदम उठाने में देरी हो रही है।