टीकमगढ़। खेतों में ओलों से मची तबाही देख रो रहे किसानों के बीच जब
अचानक राज्यमंत्री हरिशंकर खटीक पहुंचे, तब ऐसे किसानों को कुछ आस बंधी।
फिर क्या राज्यमंत्री ने अपने मोबाइल फोन से ऐसे बिलख रहे किसानों की सीधी
बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कराई। किसानों का दर्द सुन
मुख्यमंत्री से रहा नहीं गया और उन्होंने कह दिया कि वे जल्द क्षेत्र में आ
रहे हैं। इसी बीच खबर आई कि मुख्यमंत्री 15 फरवरी को सुबह करीब 11 बजे
खरगापुर के पास सिजौरा गांव में पहुंच रहे हैं।
खरगापुर के पास फुटेर चक्र 1 और 2 गांवों के खेत पूरी तरह ओलावृष्टि से
प्रभावित हैं। यहां के किसान अपने-अपने खेतों में नष्ट फसल को देखकर रोने
की स्थिति में हैं। इसी बीच जब बीते रोज जतारा के विधायक और राज्यमंत्री
हरिशंकर खटीक पहुंचे, तब किसानों में कुछ आस जगी। मंत्री श्री खटीक वाहन से
उतरे और सीधे खेतों की ओर निकले, उनके साथ गांव के किसान भी खेतों में
पहुंचकर फसल बता रहे थे। सौ ग्राम से दो सौ ग्राम ओले की जानकारी तो हर कोई
दे रहा था, लेकिन 1 किलोग्राम से कहीं अधिक वजन वाले ओले बताने के लिए भी
किसान भागे चले आए। रोते-रोते किसान वह सब कुछ कह रहे थे, जो ओलावृष्टि से
हुआ है। मंत्री श्री खटीक से रहा नहीं गया और उन्होंने झट से मोबाइल फोन
में सीएम शिवराज का नंबर डायल किया और बात भी हुई। मंत्री श्री खटीक ने
अपने मोबाइल से खेतों में फसल के बीच रो रहे किसान रामरतन कुशवाहा और
देवीचरण लोधी की सीधे मुख्यमंत्री से बात कराई। हालात जान मुख्यमंत्री ने
किसानों को भरोसा दिलाया कि वे घबराएं नहीं, सरकार उन्हें हरसंभव मदद
पहुंचाएगी। इतना ही नहीं सीएम ने कहा कि वह खुद एक-दो दिन में क्षेत्र में आ
रहे हैं, वहां आकर किसानों से भी मिलेंगे और मदद के द्वार भी खोल देंगे।
राज्यमंत्री खटीक ने बताया कि मुख्यमंत्री 15 फरवरी को खरगापुर क्षेत्र
के प्रभावित गांवों का जायजा लेने आ रहे हैं। खासतौर पर वे सिजौरा गांव
में किसानों के बीच पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि शासन स्तर पर प्रभावित
किसानों के बारे में जानकारी दी जा चुकी है। मदद के रूप में राशि भी
स्वीकृत हो गई है। जल्द ही किसानों तक यह राशि पहुंच जाएगी। कलेक्टर अखिलेश
श्रीवास्तव ने बताया कि बल्देवगढ़ और टीकमगढ़ क्षेत्र के जिन गांवों में
बारिश और ओला से फसलें प्रभावित हुई हैं, उनका जायजा लेने के लिए टीम सर्वे
कर रही हैं। राहत राशि भी मुहैया कराने के प्रयास तेज हो गए हैं।
दो दर्जन गांवों में मची तबाही
टीकमगढ़ और बल्देवगढ़ जनपद क्षेत्र के करीब दो दर्जन गांवों के खेत
ओलावृष्टि से प्रभावित हैं। कहीं-कहीं तो फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई हैं।
प्रभावित फसल का जायजा लेने के लिए गांवों में अधिकारी और नेता पहंुंच रहे
हैं। चना, मसूर, मटर, सरसों के अलावा गेहूं की फसल भी चौपट हुई है। जिन
ग्रामों में फसल अधिक प्रभावित हैं उनमें फुटेर चक्र 1 और 2 के अलावा,
सुजारा, सुजानपुरा, मनपसार, सरकनपुर, बनपुरा सापौन, भेलसी, बड़ेरा,
खरगापुर, रानीपुरा, स्याग, मवई, गनेशपुरा, पटौरी, देरी, मातौल आदि गांव
हैं।