ललितपुर। बुंदेलखण्ड को अलग राज्य का दर्जा दिये जाने की माग को लेकर
गाव-गाव में जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है। जिसके क्रम में ग्राम करमरा
में बुंदेलखण्ड विकास सेना की सभा सम्पन्न हुई। जिसमें गाव के 200 युवाओं
ने सेना की सदस्यता ग्रहण कर प्रात निर्माण आदोलन में कूंदने का संकल्प
लिया।
इस मौके पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि इस समय पूरा विश्व विकास
की ओर अग्रसर हो रहा। नई प्रौद्योगिकी, तकनीकि माध्यम से आम आदमी का
रहन-सहन, व्यापार, उद्योग, धधे, कृषि आदि में आमूलचूल परिवर्तन आ रहे है
तथा इन परिवर्तनों में सरकारों का अहम योगदान है, परन्तु बुंदेलखण्ड का हाल
दर्दनाक है। यह क्षेत्र सरकार के सहयोग और शिक्षा के विकास से वंचित है
फलस्वरूप बुंदेलखण्ड क्षेत्र वैज्ञानिक प्रगति, खेती, विज्ञान पर आधारित
शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। प्रदेशों के
पिछवाडे़ होने की वजह से न तो मध्य प्रदेश सरकार इस क्षेत्र की ओर ध्यान
देती है और न ही उत्तर प्रदेश की सरकार। यदि बुंदेलखण्ड का समुचित विकास
चाहते हों तो उसका एक ही इलाज है अलग राज्य। यह तभी सम्भव है जब बुंदेलखण्ड
के कोने-कोने से अलग राज्य की माग उठेगी। अलग राज्य बन जाने के बाद हमारा
बजट होगा। हमारे धधे होंगे। बिजली, पानी और अन्य संसाधन श्रोतों पर हमारा
स्वामित्व होगा। आजादी के बाद से अब तक जो कुछ भी हुआ है वह किसी से छिपा
नहीं लेकिन अब बुंदेलखण्ड के वाशिदे अन्याय व उपेक्षा किसी भी कीमत पर
बर्दाश्त नहीं करेगे। पृथक राज्य निर्माण में जो भी वाधा सामने आएगी उसका
डटकर मुकाबला किया जाएगा।
सभा में सेना प्रमुख हरीश कपूर, केन्द्रीय महामंत्री महेन्द्र
अगिन्होत्री, सुधेश नायक, रूप सिंह, डा.अरविंद सिंह बुंदेला, तुलसीराम
राजपूत, संजीव सिंह लोधी, मुकेश लोधी, अजय पाल सिंह, डा.राम बाबू
अगिन्होत्री, के.पी.राजा, राजमल बरया, सच्चिदानंद गोलवानी, बृजेश राठौर,
राज कुमार कुशवाहा, मुन्ना लाल कुशवाहा, पुक्खन सिंह, छोटे लाल लोधी, राजेश
लोधी, दशरथ लोधी, बाल किशन, किशोर सिंह, हरनाम सिंह, अशोक अहिरवार, गुलाब
सिंह, बाबू राजा, सुजान सिंह, मगन लाल, लक्ष्मन सिंह, धरम सिंह, जगराज
सिंह, हाशिम खा, जण्डैल सिंह, केहर सिंह, गोकुल प्रसाद, कुन्दन अहिरवार,
शिशुपाल सिंह, अनिल रजक, कमल, जाकिर, रमेश, सुख सिंह, दशरथ आदि मौजूद थे।
संचालन राम गोपाल ने किया।