ललितपुर। आखिर देर से ही सही लेकिन अब आप
अपने जनपद की प्राचीन व बहुमूल्य पुरा सम्पदा को करीब से देख सकेंगे।
पुरातत्व निदेशालय लखनऊ के निर्देश पर सहायक पुरातन आयुक्त झासी ने शहर के
अंतिम छोर पर स्थित राजकीय पुरातत्व संग्रहालय को तत्काल प्रभाव से आम
लोगों के लिए खोलने के आदेश जारी किये है।
गौरतलब है कि इस जनपद में प्राचीन व बहुमूल्य पुरा सम्पदा भरी पड़ी है।
यही कारण है कि यह जनपद सूबे में पुरा सम्पदा की खान के रूप में जाना जाता
है। आप जनपद के किसी भी कोने में चले जाइये, आपको आस-पास ही पुरातत्व
महत्व की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण स्थल जरूर ही नजर आ जायेगा। कस्बा पाली
का 9-10 वीं सदी में चन्देलकालीन राजाओं द्वारा निर्मित विश्व प्रसिद्ध
नीलकण्ठेश्वर मन्दिर स्थापत्य व मूर्ति कला का बेजोड़ नमूना है। काले बलुये
पत्थर पर निर्मित इस अद्वितीय त्रिमुखी महेश प्रतिमा का अद्भुत सौन्दर्य व
आकर्षण देखने वालों को चमत्कृत कर देता है। इसी प्रकार समीपस्थ ग्राम दूधई
के जैन मन्दिरों का वास्तुशिल्प व मूर्तियों के कारीगरों ने इतने कलात्मक
ढग से पत्थर पर उकेरा है कि ऐसा लगता है कि ये अभी बोल पड़ेंगी। इसी प्रकार
सिद्ध क्षेत्र देवगढ़, नृसिंह, चादपुर जहाजपुर, रणछोर धाम, सीरोन, पवा के
अलावा शहर के मोहल्ला पुरानी बजरिया का प्राचीन बासा आदि ऐसे प्राचीन स्थल
है जो अपने गर्भ में अतीत की कला एवं संस्कृति को छुपाये हुए है।
इसे विडम्बना नहीं तो और क्या कहेगे कि इतनी बहुमूल्य पुरा सम्पदा
विभागीय अधिकारियों की उपेक्षा व उदासीनता के कारण भगवान भरोसे यहा-वहा
बिखरी पड़ी है। 'बासा' पर तो आस-पास रहने वाले लोग कपड़े सूखने के लिए डाल
देते है।
आखिर लखनऊ में बैठे पुरातत्व अधिकारियों को जिले में स्थित इस पुरा
सम्पदा की सुध आ ही गयी। यहा राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह के नजदीक स्थित
राजकीय पुरातत्व संग्रहालय में धूल फाक रही प्राचीन व भव्य प्रतिमाओं के
दिन बहुरने जा रहे है। पुरातत्व निदेशालय ने जनपद के इस पुरातत्व
संग्रहालय को आम लोगों के लिए खोले जाने का मन बनाया है। इसके तहत
निदेशालय ने सहायक पुरातत्व आयुक्त झासी को पत्र भेजकर जनपद के संग्रहालय
को अविलम्ब खोले जाने के आदेश दिये है। इस पर उन्होंने जनपद के पुरातत्व
अधिकारियों को भी ऐसे निर्देश दिये है। नतीजतन अब यह संग्रहालय आम लोगों
के लिए खोल दिया गया है। इसकी सुरक्षा के लिए पुलिस अधीक्षक सैयद वसीम
अहमद ने भी अधीनस्थों को आदेश दिये है। यह संग्रहालय अवकाश के दिवसों को
छोड़ कर सुबह 10 से 5 बजे तक खुला रहेगा।