ललितपुर। विकास खण्ड मड़ावरा के अति पिछडे़
ग्राम लखंजर में जिलाधिकारी रणवीर प्रसाद ने सोलर लाईट का उदघाटन कर 25
गरीब व्यक्तियों को सोलर लाईटे वितरित कीं। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों
से सोलर लाईट का समुचित उपयोग करने का आह्वान किया। ग्रामीणों की शिकायत
पर उन्होंने सफाई कर्मी को निलम्बित करने के निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम पूंजीगत विकास कार्यो में
क्रिटीकल गेप्स को पूरा करने के अंतर्गत सौर ऊर्जा द्वारा विद्युतीकरण
योजना को क्रियान्वित किया जा रहा है। इस योजना के तहत ग्राम लखंजर,
पापरा, वनगुवा, बारई, गोंठरा, हीरापुर क्षेत्र के ग्रामीणों को लाभान्वित
किया जाएगा। नेडा एवं संख्याधिकारी विभाग के संयुक्त रूप से संचालित इस
योजना का मकसद जिले के वह दूरस्थ क्षेत्र जहा अभी तक रोशनी की किरणें नहीं
पहुंच पायी है ऐसे क्षेत्रों को चिह्नित कर उन्हे वैकल्पिक ऊर्जा से
प्रकाशमान करना है। उन्होंने बताया कि ग्राम लखंजर वन क्षेत्र होने के
कारण यहा बिजली की लाइन खींचने में परेशानी हो रही है। इसलिए इस ग्राम को
सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर सोलर लाईट से आच्छादित किया जा रहा है।
बिजली की निर्वाध आपूर्ति के लिए जिन क्षेत्रों में वन विभाग की अनुमति
नहीं मिल पा रही है। ऐसे क्षेत्रों में जमीन के नीचे बिजली के तार बिछाये
जाने का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है तथा वन विभाग की अनुमति मिलते ही
यह कार्य प्रारम्भ कर सुदूर ग्रामों में बिजली पहुंचायी जाएगी। उन्होंने
ग्रामवासियों से सोलर लाईट का सही ढग से रखरखाव करने की अपील की।
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रमुख सचिव नियोजन द्वारा प्रदेश के प्रत्येक
जिले को 50 लाख रुपये की धनराशि जिलाधिकारी के विवेक पर विकास कार्यो पर
खर्च करने हेतु आवंटित की गयी है। इसी धनराशि के तहत लाईटे वितरित की गई
है।
जिलाधिकारी ने पूर्व माध्यमिक विद्यालय में चौपाल लगाकर विकास योजनाओं
की जानकारी दी तथा 5 नए कुओं की स्वीकृति देते हुए शीघ्र कार्य प्रारम्भ
करने के निर्देश दिए। इस दौरान बताया गया कि गाव के 53 मजरे है। मनरेगा के
अंतर्गत आवंटित 26 लाख रुपये के कार्य पूर्ण कराये जा चुके है। सभी 501
जॉब कार्डधारकों को मजदूरी का वितरण कर दिया गया है। बिजली, पानी, सड़क,
स्वास्थ्य उप केन्द्र, दाई का अभाव बना हुआ है। ग्रामीणों ने सफाई कर्मी
के बारे में शिकायत की। जिस पर जिलाधिकारी ने उसे तत्काल प्रभाव से
निलम्बित करने के निर्देश दिए। मनरेगा के तहत अपूर्ण कार्यो के लिए 6 लाख
रुपये की आवश्यकता है। इस दौरान जिलाधिकारी ने विद्यालय के बच्चों का
बौद्धिक टैस्ट लिया तथा शिक्षकों को नियमित विद्यालय आकर शिक्षण कार्य
करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा 50 गरीब व्यक्तियों को गर्म कम्बल
बाटे गए। इस दौरान जिला विकास अधिकारी शम्भू नाथ तिवारी, सहायक
परियोजनाधिकारी नेडा विनोद कुमार, खण्ड विकास अधिकारी, परगनाधिकारी,
तहसीलदार आदि मौजूद थे।