ललितपुर। राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना में बरती जा रही
धाधली का विरोध करने पर एक नरेगा प्रभारी की कुछ लोगों ने जमकर मारपीट की।
मामला यहीं तक शात नहीं हुआ। पीटते हुए उसका गाव में जुलूस निकाला और पुलिस
के सुपुर्द कर दिया। इसका बाद में शाति भंग करने की आशका के तहत गिरफ्तार
कर लिया गया। इससे खफा मनरेगा निगरानी समिति के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी
व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर मामले की जाच व दोषियों के खिलाफ
कार्यवाही की माग की।
ज्ञापन में बताया गया कि विकास खण्ड बिरधा अंतर्गत ग्राम पिपरई में
मनरेगा के तहत कार्य कराये जा रहे थे। इसमें बडे़ पैमाने पर अनियमितताएं
बरती गई। नरेगा प्रभारी परशुराम पुत्र तुलसीराम ने इसका विरोध किया तो
दबंगों ने उसके साथ जो हश्र किया उससे कानून व्यवस्था तार-तार हो गयी। गाव
के दबंगों ने पहले उसकी पिटाई की। बाद में उसका जुलूस निकाला और पीटते हुए
धौर्रा तक ले गए। पुलिस के सामने भी नरेगा प्रभारी पिटता रहा। उसने न्याय
भी मागा लेकिन पुलिस ने उल्टे ही उसे शाति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार
कर लिया। ज्ञापन के द्वारा इस मामले की उच्चस्तरीय जाच कर दोषियों के खिलाफ
कार्यवाही की माग की। ज्ञापन में कहा गया कि इस घटना से ग्रामीण क्षेत्रों
में कार्यरत नरेगा प्रभारियों में दहशत व्याप्त है। मनरेगा के तहत कराये
जा रहे कार्यो की गुणवत्ता की निगरानी के लिए उन्हे मनोनीत किया गया है
लेकिन दबंगों की वजह से मनरेगा प्रभारी अपने दायित्वों का निर्वहन नहीं कर
पा रहे।
ज्ञापन के माध्यम से चेतावनी दी गई यदि कार्यवाही नहीं की गई तो मनरेगा
समिति के सदस्य आदोलन छेड़ने को बाध्य होंगे। ज्ञापन देते समय प्रदेश
संयोजक जसपाल सिंह बंटी, जगदीश सिंह, दिलीप शर्मा, राम शरण बरसैया, दौलतराम
कुशवाहा, राजेश यादव, मुकेश, सोबरन सिंह, राम किशन, जगदीश राय, हजरत सिंह,
जगदीश सिंह, दीपक राय, दामोदर आदि मौजूद थे। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक
ने इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए कार्यवाही का आश्वासन दिया है।