ललितपुर। छापामार कार्रवाई के दौरान
कोटेदारों द्वारा की जा रही भारी अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। छापे में
तीन दुकानों पर ताले लटके मिले। साथ ही विक्रय रजिस्टर में सामग्री दर्ज
है, लेकिन राशन कार्ड में इसका उल्लेख नहीं था। इस मामले में स्टॉक व
विक्रय रजिस्टर जब्त कर लिए गए है।
मालूम हो कि कोटेदारों द्वारा खाद्यान्न वितरण में बरती जा रही
अनियमितताओं की शिकायतों के मद्देनजर प्रदेश सरकार के निर्देश और
जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में जनपद में राशन दुकानों पर छापामारी का
अभियान चलाया जा रहा है। इस हेतु 52 दल गठित किये गये है, जो समय-समय पर
राशन दुकानों का निरीक्षण कर कार्यवाही कर रहे है।
इसी के तहत गुरुवार को डिप्टी कलेक्टर विधान जायसवाल ने खाद्यान्न और
शक्कर की कालाबाजारी रोकने के लिये शहर स्थित गाधीनगर क्षेत्र की पाच राशन
दुकानों पर छापा मारा। वे सबसे पहले कोटेदार चंद्रदयाल की राशन दुकान पर
पहुचे, जहा ताला लटका हुआ था और दो व्यक्ति आधा घटा से मिट्टी का तेल लेने
के लिये खड़े थे। कोटेदार बिहारीलाल और पुरुषोत्तम तिवारी की राशन दुकान भी
बंद पाई गईं। उन्होंने कोटेदार नरेश तिवारी की राशन दुकान पर भी छापा मारा
जहा अनेक अनियमिततायें पाई गई। यहा पर एक महिला मिली जिसके पास ज्ञान सिंह
नामक व्यक्ति का राशनकार्ड था। विक्रय रजिस्टर में उक्त राशनकार्ड पर 5
किलो शक्कर देना दर्शाया गया था, लेकिन राशनकार्ड पर इसका उल्लेख नहीं था।
दुकान का विक्रय और स्टॉक रजिस्टर जब्त कर लिया गया। इसके अलावा उन्होंने
कोटेदार राजेश की राशन दुकान पर छापा मारा, जहा एक अन्य कोटेदार शेरसिंह
की दुकान अटैच थी। राजेश ने बताया कि इस माह की समस्त चीनी का विक्रय कर
दिया गया है। मात्र डेढ़ किलो चीनी बची है, लेकिन मौके पर मौजूद बीपीएल
कार्ड धारक कमलाबाई के राशनकार्ड का अवलोकन किया गया तो चीनी आवंटन की न
तो दिनाक अंकित थी और न ही मात्रा का उल्लेख किया गया था। विक्रय रजिस्टर
में डेढ़ किलो चीनी वितरण करना दर्शाया गया था। कमलाबाई को 20 किलो गेहू
देने के बदले में 105 रुपये लिये गये थे जो निर्धारित कीमत से अधिक है।
इसके अलावा 15 किलो चावल विक्रय रजिस्टर में देना बताया गया, जबकि
राशनकार्ड में इसका उल्लेख ही नहीं था। यहा पर भी ढेर सार अनियमिततायें
मिलने पर जाच के लिये स्टॉक और विक्रय रजिस्टर जब्त कर लिया गया। इस
प्रकार छापामार कार्रवाई लगभग 2 घटे चली, जिसमें पाच राशन दुकानों की जाच
की गई।
इस सम्बन्ध में डिप्टी कलेक्टर विधान जायसवाल ने बताया कि शासन की
मंशा है कि चीनी की कालाबाजारी रोकने और इसे पात्र लोगों तक पहुचाया जाये।
इसी अनुरूप राशन दुकानों पर छापामार कार्रवाई की जा रही है। पाच में से
तीन दुकानें बंद मिली, जबकि दो पर अनेक अनियमिततायें उजागर हुई। गड़बड़िया
पाये जाने पर राशन दुकानों से अभिलेख जब्त कर लिये गये है। कार्रवाई की
विस्तृत रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी जायेगी। कोटेदारों को सुबह 9 से 12
और शाम को 3 से 7 बजे तक राशन दुकान खोलना अनिवार्य है। खाद्य सामग्री की
कालाबाजारी और स्टॉक करने वालों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत
कार्यवाही की जायेगी। छापामार कार्यवाही आगामी दिनों में भी जारी रहेगी।