ललितपुर। गावों में दबंगों का कहर इस कदर
हावी है कि लोगों का जीना दूभर हो गया है। दबंगों के आतंक के चलते दो
दर्जन महिला-पुरुषों ने गाव छोड़कर कोतवाली में डेरा डाल लिया। छोटे-छोटे
बच्चों और घर का सामान पोटली में बाधकर कोतवाली पहुचे पीड़ितों ने पुलिस ने
दबंगों के कहर से मुक्ति दिलाने और उनकी गिरफ्तारी की गुहार लगाई है।
कोतवाली थानान्तर्गत ग्राम अनौरा निवासी दो दर्जन से अधिक
महिला-पुरुषों ने आज शाम लगभग 7 बजे कोतवाली में डेरा डाल लिया। महिलायें
छोटे-छोटे बच्चों को गोद में लिये थीं और उन्होंने पोटली में घर-गृहस्थी
का सामान बाध रखा था। पूछने पर उन्होंने बताया कि दबंगों ने उन्हे गाव
छोड़ने पर मजबूर कर दिया। यदि ऐसा नहीं करते तो उनकी जान को खतरा था।
कोतवाली पुलिस को सौंपे शिकायती पत्र में पीड़ित महिला-पुरुषों ने बताया कि
गाव के दबंग मिन्टू, कमल, अन्तु व भुमन पुत्रगण रघु सहरिया, रघु पुत्र परम
सहरिया ने एकजुट होकर मंगलवार की रात्रि लगभग 9 बजे हमारे घर आकर गालिया
दी और मारपीट करने लगे। उनके हाथों में बल्लम, फरसा, कुल्हाड़ी एवं लाठिया
थीं। डर के मारे हम लोग घरों में ही दुबके रहे। उन्होंने धमकी दी कि
मिट्ठू पुत्र रघु, बालकिशन पुत्र फुन्दी, हरी पुत्र कुन्जी की गर्दन काटकर
जान से मार देंगे। दबंगों के धमकी और आतंक के कारण गाव छोड़ने पर मजबूर
होना पड़ा।
उन्होंने बताया कि उक्त लोग आपराधिक प्रवृत्ति के होकर आए दिन परेशान
करते रहते है। गत दिवस भी उन्होंने मारपीट की थी, जिसकी शिकायत भी पुलिस
से की गई थी। शिकायत से नाराज होकर दबंगों ने फिर से आतंक मचाया और जान से
मारने का प्रयास किया। उनके आतंक के कारण परिवार की बहू-बेटिया घरों से
बाहर नहीं निकल पाती है। कोतवाली में डेरा जमाये बैठी महिलाओं ने बताया कि
उनकी जान को खतरा है। दबंगों के कारण घर से निकलना मुश्किल हो रहा है।
पीड़ितों ने पुलिस ने गुहार लगाई कि उक्त दबंगों को जल्द गिरफ्तार कर
जान-माल की सुरक्षा की जाये और उन्हे न्याय दिलाया जाये।